Category: अर्थव्यवथा
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क्या इतनी सिंपल सी बात गोवरंमेंट को समझ नहीं आती?
क्या इतनी सिंपल सी बात गोवरंमेंट को समझ नहीं आती? मेरी आठवीं में पढ़ने वाली बेटी ने आज पढ़ते पढ़ते अचानक पूछ लिया: “पापा, एक छोटा सा फ्लैट बनाने में कितनी लागत आयेगी?” “यही कोई दॊ लाख रुपये, क्यों?” “क्या गोवरंमेंट के पास इतने पैसे नहीं होते कि स्लम में रहने वाले सब लोगों को…